- नंदी हाल से गर्भगृह तक गूंजे मंत्र—महाकाल के अभिषेक, भस्मारती और श्रृंगार के पावन क्षणों को देखने उमड़े श्रद्धालु
- महाकाल की भस्म आरती में दिखी जुबिन नौटियाल की गहन भक्ति: तड़के 4 बजे किए दर्शन, इंडिया टूर से पहले लिया आशीर्वाद
- उज्जैन SP का तड़के औचक एक्शन: नीलगंगा थाने में हड़कंप, ड्यूटी से गायब मिले 14 पुलिसकर्मी—एक दिन का वेतन काटने के आदेश
- सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का संदेश, उज्जैन में निकला भव्य एकता मार्च
- सोयाबीन बेचकर पैसा जमा कराने आए थे… बैंक के अंदर ही हो गई लाखों की चोरी; दो महिलाओं ने शॉल की आड़ में की चोरी… मिनट भर में 1 लाख गायब!
उज्जैन में 2100 लीटर दूध से किया माता गजलक्ष्मी का अभिषेक
दीपावली पर रविवार को माता गजलक्ष्मी मंदिर में भक्तों ने माता गजलक्ष्मी का 2100 लीटर दूध से अभिषेक किया।
विशेष पात्र लगवाया गया
देवी के दुग्धाभिषेक के लिए पुजारी परिवार की ओर से विशेष पात्र लगवाया गया था। दिन में माता का सोने-चांदी के आभूषणों से आकर्षक श्रृंगार किया गया। शाम को छप्पन पकवानों का भोग लगाकर महाआरती की गई। रात 2 बजे तक दर्शन का सिलसिला चला।
सम्राट विक्रमादित्य की राज लक्ष्मी
नईपेठ स्थित माता गजलक्ष्मी उज्जैन के सम्राट विक्रमादित्य की राज लक्ष्मी मानी जाती है। इस मंदिर में माता लक्ष्मी गज अर्थात हाथी पर विराजित हैं। इसलिए इन्हें गजलक्ष्मी कहा जाता है।
मंदिर की यह है मान्यता
मान्यता है माता के आशीर्वाद से भक्तों को धन धान्य की प्राप्ति होती है। इसी मान्यता के चलते दीपावली पर सैकड़ों भक्त यहां माता गजलक्ष्मी का दुग्धाभिषेक व दर्शन पूजन करने पहुंचते हैं। रविवार को दीपावली पर करीब 15 हजार भक्तों ने महालक्ष्मी के दर्शन किए।